अडानी सरगुजा से शिक्षित बन रहा आदिवासी समाज
भारतीय उद्योग क्षेत्र में गौतम अडानी की शीर्षता उनकी समय के साथ खुद को बेहतर बनाने और राष्ट्र के लिए अधिकतम योगदान देने की वजह से है। अपनी विभिन्न औद्योगिक कम्पनीज के माध्यम से एक तरफ गौतम अडानी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे है वहीं दूसरी ओर सामाजिक कल्याण के लिए भी बढ़ चढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी कई प्रकार की योजनाएँ अडानी ग्रुप द्वारा संचालित की जा रही है। इन में विशेषतः अडानी सरगुजा छत्तीसगढ़ के आदिवासी वर्ग को समर्पित है जिससे उनके बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा मिल सके।
अडानी सरगुजा है उम्मीद की किरण
छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्र सरगुजा जिले में बच्चों को उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से अडानी विद्या मंदिर, जो अडानी सरगुजा के नाम से प्रख्यात है, की शुरुआत गौतम अडानी द्वारा की गई थी। 2013 में शुरू हुए अडानी सरगुजा विद्यालय में आज के समय में क्षेत्र के लगभग 700 लड़के लड़कियाँ स्कूली शिक्षा ले रहे हैं। यहाँ भविष्य की आवश्यकता को समझते हुए बच्चों को प्रैक्टिकल एजुकेशन दिया जाता है जिससे वे आसानी से अपना जीवन बेहतर बना सके। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त अडानी सरगुजा को-एड स्कूल में बच्चों को इंडस्ट्रियल डिमांड को ध्यान में रखते हुए प्रोफेशनल एजुकेशन दिया जा रहा है। बेस्ट एजुकेशन के साथ ही बच्चों को बेस्ट डाइट दी जाती है जिससे वे मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से विकसित हो सके। देश के उच्च शिक्षा संस्थानों के सामान शिक्षा अडानी सरगुजा में दी जाती है ताकि आदिवासी बच्चे भी आज के प्रतिस्पर्धा भरे माहौल में आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सके। गौतम अडानी के मार्गदर्शन में आर्थिक रूप से निर्बल परिवारों के बच्चों के उत्थान की दृष्टि से चलाए जा रहे अडानी सरगुजा स्कूल को वर्ष 2020 में समग्र शिक्षा सशक्त भारत अवार्ड भी प्राप्त हुआ है।
अडानी सरगुजा से वर्तमान शिक्षा का परिदृश्य तो बेहतर बन ही रहा है साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में एक उम्मीद भी बन रही है कि भविष्य में उनके परिवारों को एक सुविधापूर्ण जीवन के साथ आय का बेहतर स्त्रोत भी मिलेगा। इस परियोजना से गौतम अडानी समाज के पिछड़े वर्ग को सक्षम बनाने में लगे है ताकि कल को वे सब भी अपनी क्षमता के अनुसार देश की उन्नति में अपना योगदान दे सके।
गौतम अडानी की प्रेरणा से आज अडानी ग्रुप देश में रोजगार, शिक्षा और जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए अलग अलग स्तर पर सक्रियता से काम कर रहा है। राष्ट्र निर्माण की भावना के साथ ही गौतम अडानी ने अपने हर प्रोजेक्ट को शुरू किया और उसे ऊँचाइयों पर पहुँचाया। देश के सर्वांगीण विकास के लिए आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करना कितना अहम है इसको समझते हुए अडानी ग्रुप ने अडानी सरगुजा के साथ ज्ञानोदय, उत्थान, आमची शाला-आदर्श शाला, अडानी विद्या निकेतन जैसे कई प्रोजेक्ट अलग अलग प्रांतों में शुरू किए है। इन एजुकेशन ओरिएंटेड प्रोजेक्ट के माध्यम से आज 3000 से ज्यादा बच्चों को फ्री एजुकेशन, 6000 से ज्यादा विद्यार्थियों को एडवांस स्टडीज के लिए सब्सिडी और 512 शासकीय स्कूलों के 1 लाख से ज्यादा बच्चों को उच्च शिक्षा मिल रही है। इन सभी योजनाओं का उद्देश्य शिक्षा को हर बच्चे तक पहुँचाना है फिर चाहे वह किसी भी वर्ग, समाज और परिवार का हो।
उद्योग क्षेत्र में होने के साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए गौतम अडानी ने इंडस्ट्रियल ग्रोथ के साथ साथ देश भर में सामाजिक उत्थान के लिए भी कई काम किए है और जो आज भी जारी है। आदिवासी समाज को देश की मुख्यधारा से जोड़ने की यह नवीन सोच ही उन्हें बाकि उद्योगपतियों से अलग बनाती है। अडानी सरगुजा के माध्यम से जिस वर्ग को शिक्षा से जोड़ने का जिम्मा गौतम अडानी ने उठाया है वह देश के लिए अति आवश्यक है। आदिवासी समाज के विलुप्त हो रहे आजीविका के पारंपरिक स्त्रोत और देश के बदलते परिवेश में उनकी आगामी पीढ़ी को शिक्षित करना बेहद ज़रूरी है। अडानी सरगुजा से आदिवासी वर्ग के बच्चों को देश के अन्य बच्चों की तरह शिक्षा देकर उनके साथ पूरे वर्ग को बेहतर जीवन और रोजगार के काबिल बनाने की योजना कई मायनों में सम्पूर्ण देश के लिए फायदेमंद है। आदिवासी बच्चों को शिक्षित बनाकर गौतम अडानी उनके साथ पूर्णतः न्याय कर रहे है, क्यूँकि शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। इस परियोजना से हम देश के विकास कार्यों में उन देश वासियों का भी सहयोग ले पाएंगे जिन्हें अब तक एक वंचित वर्ग के रूप में सबसे अलग रखा गया। इसके फलस्वरूप हम और प्रभावी ढंग से और नित नई सोच और काम करने के नए तरीकों के साथ देश को आगे ले जा सकते है। अडानी ग्रुप की ऐसी ही अलग अलग योजनाओं से राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को बेहतर गति मिलती है जो देश की प्रगति को अपने स्तर पर आगे लेकर जाने का कारगर काम करती है। अडानी सरगुजा शिक्षा के साथ ही आदिवासी बच्चों को यह विश्वास भी देती है कि वे भी अपने जीवन में कुछ बड़ा, कुछ बेहतर कर सकते हैं और अपने साथ देश को भी विकसित कर सकते हैं।
Comments
Post a Comment