कैसे आने वाली आदिवासी पीढ़ी को शिक्षित बना रहा है अडानी सरगुजा ?
अडानी फाउंडेशन द्वारा देश में शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और सतत आजीविका को बेहतर बनाते हुए बेहतर राष्ट्र के निर्माण के लक्ष्य को रोजाना पूरा किया जा रहा है। देश के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा देने के लिए अडानी ग्रुप लगातार प्रयास कर रहा है। अडानी सरगुजा और ज्ञानोदय जैसे प्रोजेक्ट्स से अडानी ग्रुप समाज के आदिवासी वर्ग के बच्चों को आने वाले भविष्य के लिए एक कारगर शिक्षा दे रहा है।
क्या
है अडानी ग्रुप के
शिक्षा से
जुड़े प्रोजेक्ट?
अडानी ग्रुप से जुड़ा अडानी फाउंडेशन आज आदिवासी और निम्न वर्ग से आने वाले बच्चों को आज के और आने वाले समय के अनुसार आधुनिक शिक्षा के साथ शिक्षित करने के लिए अडानी सरगुजा और ज्ञानोदय जैसे प्रोजेक्ट चला रहा है। अडानी फाउंडेशन का मूलमंत्र है कि देश की प्रगति में सभी की प्रगति हो और कोई पीछे न छूटे। अडानी ग्रुप की ये योजनाएँ दर्शाती है कि प्रत्येक व्यक्ति और विशेषतः हर बच्चे का विकास ही राष्ट्र का विकास है। आगामी पीढ़ी को शिक्षित और सक्षम बनाकर ही हम बेहतर ढंग से देश में उन्नति ला सकते हैं। इस पहल के माध्यम से शिक्षा के साथ साथ बच्चों और उनके परिवारों के जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है और वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ने लगे हैं।
जाने
क्या है
अडानी सरगुजा?
अडानी ग्रुप द्वारा
छत्तीसगढ़
राज्य
के
सरगुजा
जिले
में
अडानी
विद्या
मंदिर
स्कूल
के
रूप
में
एक
को-एड (को-एजुकेशन का शार्ट फॉर्म, जिसमें लड़का लड़की साथ पढ़तें है) स्कूल संचालित किया जा रहा है। आदिवासी समुदाय के बच्चों को एडवांस एजुकेशन द्वारा भविष्य के लिए तैयार करना और उन्हें अपने जीवन यापन के लिए सक्षम बनाने के लिए एवीएमएस (अडानी विद्या मंदिर सरगुजा) अपने आप में एक अनूठी पहल है। इंडस्ट्रियल डिमांड को ध्यान में रखते हुए दिया जा रहा प्रोफेशनल एजुकेशन इन सुविधा से दूर इलाकों में अडानी सरगुजा
विघालय
एक
उम्मीद
की
तरह
है
जिससे
इन
लोगों
को
एक
अच्छा
जीवन
मिल
सके।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से एफिलिएटेड एवीएमएस की शुरुआत वर्ष 2013 में की गयी थी। आज सरगुजा जिले एवं आसपास के क्षेत्र के आदिवासी और गरीब परिवारों के 700 से अधिक बच्चे अडानी ग्रुप की इस पहल का लाभ उठा रहे हैं। यहाँ उन्हें अच्छी किताबें, पौष्टिक आहार, ट्रांसपोर्टेशन और यूनिफार्म की सुविधा के साथ शिक्षा का जन्म सिद्ध अधिकार भी मिल रहा है। अर्बन एरियाज में भी सेक्स इक्वलिटी (लैंगिक समानता) और बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अडानी विद्या मंदिर की शुरुआत की गयी थी। सोशल कॉज की भावना से चलाए जा रहे अडानी सरगुजा के नाम से विख्यात इस स्कूल को वर्ष 2020 में समग्र शिक्षा सशक्त भारत अवार्ड भी मिल चुका है। एवीएमएस के माध्यम से अडानी ग्रुप के नेशन बिल्डिंग के लक्ष्य को हासिल करने में एक महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है।
आइये
जानते हैं
क्या है
ज्ञानोदय प्रोजेक्ट?
ज्ञानोदय अडानी फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया एक ऑनलाइन एजुकेशन प्रोग्राम है जिससे झारखण्ड के गोड्डा जिले के बच्चों के लिए चलाया जा रहा है। गोड्डा डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और एकोवेशन प्रा.लि. के साथ मिलकर चलाई जा रही इस योजना में बच्चों को स्मार्ट क्लास रूम्स की मदद से क्वालिटी एजुकेशन दी जा रही है, जिससे उनका ओवरआल डेवलपमेंट हो सके।
अडानी ग्रुप
के
इस
प्रोजेक्ट
की
शुरुआत
2018 में
की
गई
थी
और
आज
यह
प्रोजेक्ट
जिले
के
276 स्कूल्स
में
इम्प्लीमेंट
हो
चुका
है
जिससे
करीब
70,000 बच्चों
को
लाभ
मिला
है।
इस
पहल
से
2019-20 परीक्षा
सत्र
में,
गोड्डा
जिले
में
10th क्लास
का
पासिंग
रिजल्ट
75% रहा।
इस
प्रोजेक्ट
के
माध्यम
से
कई
टीचर्स
को
भी
स्मार्ट
एजुकेशन
के
लिए
ट्रैन
किया
गया
और
अब
राज्य
सरकार
इस
ज्ञानोदय
मॉडल
को
प्रदेश
के
अन्य
स्कूलों
में
भी
लागू
करने
की
योजना
बना
रही
है।
कोरोना माहमारी के दौरान, ज्ञानोदय रथ के माध्यम से नॉन नेटवर्किंग इलाकों में शिक्षा को जारी रखने के लिए ज्ञानोदय प्रोजेक्ट ने एक प्रशंसनीय काम किया जिससे 30 लाख बच्चों की पढ़ाई सफलता पूर्वक पूरी हुई।
अडानी सरगुजा
विद्या
मंदिर,
ज्ञानोदय
प्रोजेक्ट
और
भी
ऐसी
कई
परियोजनाएं
हैं
जिनसे
अडानी ग्रुप
समाज
के
हर
वर्ग
के
बच्चों
को
शिक्षित
और
सक्षम
बना
रहा
है।
अडानी ग्रुप
द्वारा
आज
3000 से
अधिक
बच्चों
को
मुफ्त
शिक्षा,
6000 से
ज्यादा
विद्यार्थियों
को
स्मार्ट
एजुकेशन
के
लिए
सब्सिडी
और
512 शासकीय
स्कूलों
के
1 लाख
से
ज्यादा
बच्चों
को
अडानी
फाउंडेशन
की
विभिन्न
एजुकेशन
ओरिएंटेड
प्रोजेक्ट
का
फायदा
मिल
रहा
है।
आज
अडानी सरगुजा विद्यालय और अडानी ग्रुप
के
अन्य
एजुकेशन
प्रोजेक्ट
द्वारा
पढ़े
बच्चे
अपने
क्षेत्र,
अपने
परिवार
और
अपने
देश
के
लिए
बेहतर
काम
कर
रहे
हैं।
'उत्थान',
"आमची
शाला,
आदर्श
शाला"
जैसे
समय
समय
पर
होने
वाले
अभियानों
से
भी
अडानी ग्रुप
समाज
में
शिक्षा
के
स्तर
को
बेहतर
बनाने
का
काम
करता
रहता
है।
नेशन
बिल्डिंग
के
लिए
चलाए
जा
रहे
ये
सभी
प्रोजेक्ट्स
निश्चित
रूप
से
एक
बेहतर
राष्ट्र
का
निर्माण
करने
के
साथ
एक
शिक्षित
और
समर्थ
पीढ़ी
का
भी
निर्माण
करेंगे।
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